अगर आप भी एक अच्छे व्यवसाय (Top Business Idea) की तलाश में है तो, हम आपको यहां एक ऐसे पेड़ की खेती के बारे में बताएंगे, जिससे अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है।
👉 व्हाट्सऐप ग्रुप से जुड़े।
Top Business Idea | आमतौर पर किसान अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए पशुपालन करते है। वही अगर पशुपालन के साथ साथ भी अन्य व्यवसाय शुरू करना चाहते है तो, रबड़ की खेती का व्यवसाय आपके लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकता है। यहां आज हम आपको चौपाल समाचार के इस आर्टिकल में आपको बताने वाले है। रबड़ की खेती के बारे में।
जिससे किसान 40 सालों तक मुनाफा कमा सकते है। जैसा की हम जानते है की, रबड़ का इस्तेमाल सोल, टायर, रेफ्रिजरेटर, गेंद एवं अन्य कई चीजे बनाने में किया जाता है। जिसकी वजह से बाजार में इसकी काफी अच्छी डिमांड रहती है और किसान इसकी खेती कर अच्छा मुनाफा कमा सकता है। आइए आपको बताते है रबड़ की खेती Top Business Idea की लागत से लेकर मुनाफे तक की पूरी जानकारी..
भारत रबड़ का चौथा बड़ा उत्पादक देश
Top Business Idea | देश-विदेश में घर की छोटी-मोटी जरूरतों से लेकर उद्योग में रबड़ की खपत बढ़ती जा रही है। भारत रबड़ का चौथा बड़ा उत्पादक देश है। अगर आप कम लागत में कई गुना ज्यादा मुनाफा कमाने की सोच रहे हैं तो रबड़ की खेती से बंपर कमाई कर सकते हैं।
केंद्र और राज्य सरकारें यहां तक कि विश्व बैंक भी रबड़ की खेती के लिए आर्थिक सहायता मुहैया कराती है। केरल सबसे ज्यादा रबड़ उत्पादन करने वाला राज्य है। इसके बाद दूसरे नंबर पर त्रिपुरा का नाम आता है। यहां से दूसरे देशों को रबड़ निर्यात किया जाता है। बता दें की, दुनिया में 78 फीसदी रबड़ का इस्तेमाल टायर और ट्यूब बनाने में किया जाता है। : Top Business Idea
भारत में कहां कहां होती है रबड़ की खेती?
इन दिनों भारत के कई राज्यों में भी रबड़ की खेती की जाती है। रबड़ बोर्ड के मुताबिक, त्रिपुरा में 89,264 हेक्टेयर, असम में 58,000 हेक्टेयर क्षेत्र, मेघालय में 17,000 हेक्टेयर, नागालैंड में 15,000 हेक्टेयर, मणिपुर में 4,200 हेक्टेयर, मिजोरम में 4,070 हेक्टेयर और अरुणाचल प्रदेश में 5,820 हेक्टेयर भूमि पर प्राकृतिक रबड़ की खेती हो रही है।
👉 व्हाट्सऐप ग्रुप से जुड़े।
रबड़ की खेती के लिए जलवायु
Top Business Idea | रबड़ की खेती के लिए लेटेराइट लाल दोमट मिट्टी बेहतर मानी जाती है। मिट्टी का पीएच लेवल 4.5 से 6.0 के बीच होना चाहिए। पौधों को लगाने का सही समय जून-जुलाई है। रबड़ के पौधों को अधिक पानी की जरुरत होती है। सूखापन में पौधा कमजोर हो जाता है। इसमें बार बार सिंचाई की जरूरत होती है। इसकी खेती के लिए अधिक प्रकाश और नमी युक्त जमीन की जरूरत रहती है।
ये भी पढ़ें 👉 फिर 800 रूपये तक सस्ता हुआ सरिया, चेक करें विभिन्न शहरों में 12 MM सरिया एवं सीमेंट का आज का लेटेस्ट रेट
पेड़ से कैसे मिलता है रबड़?
रबड़ के पेड़ में छेद करके इस पेड़ का दूध एकत्र किया जाता है। इसे लेटेक्स (रबरक्षीर) कहते हैं। इसके बाद इकट्ठा हुए लेटेक्स को केमिकल के साथ परीक्षण किया जाता है। जिसमें अच्छी क्वालिटी की रबड़ तैयार की जाती है।
बता दें की, रबड़ की खेती करने वाले किसानों को केंद्र सरकार और विश्व बैंक से भी आर्थिक सहायता मिलती है। जंगल में उगने वाले रबड़ के पेड़ आमतौर पर 43 मीटर ऊंचे होते हैं वहीं कारोबार के मकसद से उगाए जाने वाले पेड़ कुछ छोटे होते हैं। : Top Business Idea
रबड़ निकालने के लिए रबड़ की प्रोसेसिंग करनी आवश्यक
रबड़ के पेड़ से प्राप्त लेटेक्स को सुखाया जाता है। जिससे रबड़ शीट और दूसरे प्रोडक्ट्स बनाए जाते हैं। रबड़ शीट का इस्तेमाल टायर, ट्यूब के अलावा कई उत्पाद बनाने में किया जाता है। यानी कि रबड़ के पौधे से मिले लेटेक्स को कई बार प्रोसेसिंग की प्रकिया से गुजरना होता है। इसके बाद कई तरह के प्रोडक्ट्स बनाए जाते हैं। इस तरह से रबड़ की खेती के जरिए बंपर कमाई कर सकते हैं। : Top Business Idea
रबड़ की खेती से कमाई कितनी होगी?
अगर यदि किसान रबड़ की खेती करते हैं तो आपको सबसे पहले रबड़ की रोपाई करनी होगी। बाजार में इसके एक पेड़ की कीमत 150 से लेकर 300 रूपये तक है। वही, रोपाई के 6 से 7 साल बाद यह पेड़ फल (दूध) देने लग जाता है।
जिसकी बाजार में कीमत 180 से 200 रूपये किलो तक मिल जाती है। यानी, अगर आप 1 क्विंटल रबड़ के दूध को हजार में बेचते है तो, यह 18 से 20 हजार रुपए क्विंटल तक बिक जाता है। यह रबड़ का पेड़ इसी तरह 40 सालों तक मुनाफा करवाने की क्षमता रखता है। : Top Business Idea
रबड़ का निर्यात
यहां से जर्मनी, ब्राजील, अमेरिका, इटली, तुर्की, बेल्जियम, चीन, मिस्र, नीदरलैंड, मलेशिया, पाकिस्तान, स्वीडन, नेपाल और संयुक्त अरब अमीरात को नेचुरल रबड़ निर्यात किया जाता है। एक रिसर्च के मुताबिक, भारत से साल 2020 में 12000 मीट्रिक टन से ज्यादा नेचुरल रबड़ का निर्यात हुआ। अब देश के प्रमुख रबड़ उत्पादकों की लिस्ट में उड़ीसा का नाम भी जुड़ने जा रहा है। : Top Business Idea
रबड़ का उपयोग शोल, टायर, इंजन की सील, गेंद, इलास्टिक बैंड व इलेक्ट्रिक उपकरणों जैसी चीज़ों को बनाने में किया जाता है। रबड़ की खेती से 40 साल तक मुनाफा कमा सकते हैं। रबड़ का पौधा 5 वर्ष में पेड़ बन जाता है। इसके बाद इसमें उत्पादन शुरू हो जाता है। रबड़ के पेड़ों को रोजाना कम से कम 6 घंटे धूप जरूरी है। : Top Business Idea
👉 व्हाट्सऐप ग्रुप से जुड़े।
यह भी पढ़िए…👉 ये है सबसे सस्ता 5G स्मार्टफोन, बड़ी बैटरी एवं सोनी एआई कैमरा मिलेगा, कीमत सिर्फ इतनी…
👉 लॉन्च हुआ सिंगल चार्ज पर 135 किमी चलने वाला इलेक्ट्रिक स्कूटर, जानें क्या है इसकी कीमत..
👉बुलेट को टक्कर देगी जावा 42 बाबर बाइक, स्टाइलिश कलर में लॉन्च की गई, इतनी है कीमत..
👉बाजार में आते ही तहलका मचा देगा रियलमी का ये सबसे सस्ता 5G फोन, कीमत 10 हजार से कम, देखें डिटेल
नमस्कार साथियों…! 🙏 मैं जयदीप मालवीय choupalsamachar.org में आपका स्वागत करता हु। हम विशेषज्ञों द्वारा गहन शोध कर आर्टिकल प्रकाशित करते है। ऑफिशियल जगहों से डाटा लेकर सोच समझ कर आपके लिए अच्छी अच्छी जानकारी उपलब्ध करवाते रहते है। आपसे निवेदन है की, आप हमारा सहयोग करे। आर्टिकल अच्छा लगे तो, इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें। आप choupalsamachar.org की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे व्हाट्सऐप चैनल से जुड़ सकते है एवं जानकारी प्राप्त करें।