अगर आप भी नेपियर घास पर सब्सिडी (Subsidy on Napier Grass) लेना चाहते है तो, ये आर्टिकल को अंत तक पढ़ें..
Subsidy on Napier Grass | अधिकतर किसान अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए पशुपालन भी करते है। खरीफ एवं रबी सीजन में तो, पशुओं के लिए हरी घास की व्यवस्था हो जाती है। लेकिन यहां सबसे ज्यादा दिक्कत गर्मी में देखने को मिलती है। क्योंकि, गर्मी के समय में हरा चारा मिलना लगभग नामुमकिन सा हो जाता है। जिसके चलते कई किसान नेपियर घास की खेती करते हैं।
ताकि, उनके पशुओं के लिए हरा चारा उपलब्ध हो सके। ऐसे में अब सरकार ने भी इन पशुपालकों की मदद के लिए अपना कदम उठाया है। दरअसल, राज्य सरकार अब नेपियर घास की खेती पर अनुदान Subsidy on Napier Grass देने जा रही है। अगर आप भी नेपियर घास की खेती पर सब्सिडी का लाभ लेना चाहते है, तो चौपाल समाचार के इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ें..
नेपियर घास में पाए जाते है कई पोषक तत्व
Subsidy on Napier Grass | हरा चारा पशुओं के लिए सबसे बेस्ट खुराक होती है। हालांकि, गर्मियों के दौरान इसकी कमी हो जाती है। ऐसे में किसान खुद अपने खेतों में हरी घास उगाकर इसे अपने पशुओं को खिला सकते हैं। हरी घास दुग्ध उत्पादन क्षमता बढ़ाने में भी मदद करती है।
इसी वजह से गाय और भैंस का पालन करने किसान अपने पशुओं को हरी घास खिलाते हैं। ऐसे में किसान अपने पशुओं को हरे चारे के रूप में नेपियर घास खिला सकते हैं। इस घास की खास बात ये है इसमें कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो दुग्ध उत्पादन क्षमता को बढ़ाते हैं। अगर आप भी नेपियर घास उगाना चाहते हैं तो आपके पास सुनहरा मौका है। सरकार इसकी खेती पर अनुदान प्रदान कर रही है। : Subsidy on Napier Grass
👉 व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े।
बंजर जमीन पर भी हो सकती है नेपियर घास की खेती
Subsidy on Napier Grass | बाजरा में मिलने वाली हाइब्रिड किस्मों में नेपियर घास का नाम भी शामिल है। इसकी खेती बंजर जमीन पर भी हो जाती है। जमीन की कमी होने पर खेत की मेड़ों पर भी नेपियर घास उगा सकते हैं। बारिश के मौसम में नेपियर घास उगान से सिंचाई की अलग से जरूरत नहीं होती बल्कि ये चारा फसल 20-25 दिनों में ही पक कर तैयार हो जाती है। इतना ही नहीं, सिर्फ 1 बार इसकी खेती करने से 3-5 साल तक का काम चल जाता है।
ये भी पढ़ें 👉 राज्य के लाखों किसानों के लिए खुशखबरी, अब कृषि लोन होगा माफ, यह भी मिलेगा फायदा..
20% तक बढ़ेगा दूध उत्पादन
इस घास की पहली कटाई 45 दिनों में और फिर बाद में हर 25 दिन में इसकी कटाई करते रहें। नेपियर घास Subsidy on Napier Grass में दूध उत्पादन को बढ़ाने और पशुओं के बेहतर स्वास्थ्य के लिये कई पोषक तत्व भी मौजूद होते हैं। शुरुआती अवस्था में नेपियर घास में 12-14% शुष्क पदार्थ पाये जाते हैं।
इसके सेवन से पशुओं से दूध उत्पादन में 20% तक की बढ़ोतरी होती है। इसके अलावा, प्रोटीन, रेशा, कैल्शियम व फास्फोरस की राख जैसे पोषक तत्वों की खान होती है नेपियर घास। नेपियर घास को रवि खरीफ के साथ-साथ जायद में भी उगाया जा सकता है।
नेपियर घास की खेती पर सरकार से मिलेगी इतनी अनुदान राशि
Subsidy on Napier Grass | हरे चारे की उपलब्धता बढ़ेगी और दुग्ध उत्पादन भी बढ़ेगा नेपियर घास को बढ़ावा देने के लिए राजस्थान सरकार अनुदान राशि दे रही है। सरकार नेपियर घास के प्रति किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रति किसान 0.10 हे भूमि में नेपियर घास की बुवाई पर 10 हजार रुपए तक का अनुदान दे रही है। अगर आप भी राजस्थान के किसान हैं, तो स्थानिय कृषि अधिकारी या कृषि कार्यालय में जाकर इसकी जानकारी हासिल कर सकते हैं।
👉 व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े।
यह भी पढ़िए…👉 बिना मिट्टी के करे खेती, सरकार देगी 50 प्रतिशत तक अनुदान, जानें डिटेल..
👉सरकारी नौकरी: रेलवे में नौकरी के लिए 9 हजार से ज्यादा पदों पर निकली भर्ती, ऐसे करें अप्लाई
👉 10वीं एवं 12वीं पास युवा को मिलेगा रेलवे और पुलिस में सरकारी नौकरी का अवसर, इतनी सैलरी मिलेगी
👉 सिर्फ पीएम किसान योजना के 2 करोड़ लाभार्थियों को ही मिलेगा इस खास महत्वपूर्ण योजना का लाभ
नमस्कार साथियों…! 🙏 मैं जयदीप मालवीय choupalsamachar.org में आपका स्वागत करता हु। हम विशेषज्ञों द्वारा गहन शोध कर आर्टिकल प्रकाशित करते है। ऑफिशियल जगहों से डाटा लेकर सोच समझ कर आपके लिए अच्छी अच्छी जानकारी उपलब्ध करवाते रहते है। आपसे निवेदन है की, आप हमारा सहयोग करे। आर्टिकल अच्छा लगे तो, इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें। आप choupalsamachar.org की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे व्हाट्सऐप चैनल से जुड़ सकते है एवं जानकारी प्राप्त करें।